दोस्तों चीन और ताइवान (China Taiwan Conflict) के बीच टेंशन लगातार बढ़ती जा रही है । एक तरफ चीन लगातार दूसरे देशों को धमकी देता जा रहा है भारत को भी धमकी दे रहा है की उसके गुलाम देशों की तरह वो भी उसका साथ दे । लेकिन भारत ने इसका मुहतोड़ जवाब दिया है । भारत ने अमेरिका (India America Military practice) के साथ युद्धभास करने के फैसले को मंज़ूर कर लिया है जिसका मकसद अमेरिकी सैनिकों के साथ आपसी सामञ्जश्व को बढ़ाना है ।
हालाँकि भारत के नज़रिये से देखा जाये तो कभी भी भारत चीन अमेरिका युद्ध में अमेरिका का साथ नहीं देगा। भारत का व्यापर दोनों देशों से है लेकिन हमेशा से गुटनिरपेक्षता की राजनीती से चलने वाला भारत अब भी किसी गट में शामिल नहीं होगा। अगर अमेरिका को भी लगता है की भारत अपने बेसेस का इस्तेमाल करने देगा तो वो उसकी भूल होगी क्यों की भारत एक अच्छे पडोसी की नीति पर भी ज़्यादा विस्वास रखता है । वही पाकिस्तान ने चीन के सामने सरेंडर कर दिया है उसके बिना कहे पाकिस्तान ने चीन के साथ की बात कही है जिसकी आलोचना काफी हो रही है । पहले की वीडियो में आपको बताया था उसका ये बयान फिर से उसके गले की हड्डी साबित होगा ।