IAF Plane Crash: आसमान में टकराए दोनों फाइटर जेट: मध्य प्रदेश (MP) के मुरैना जिले में शनिवार सुबह हुए फाइटर जेट क्रैश हादसे पर अब इंडियन एयरफोर्स (IAF) ने बयान जारी कर दिया है. इसमें बताया गया है कि सुखोई-30 और मिराज 2000 विमान रेगुलर प्रैक्टिस के दौरान आसमान में ही टकरा गए थे. जिसके बाद दोनों जेट में आग लग गई एक मुरैना के जंगलों में जा गिरा. जबकि दूसरा फाइटर जेट भरतपुर जिले में जाकर क्रैश लेंड हुआ |
वायुसेना का कहना है कि कोर्ट ऑफ इंक्वायरी से साफ हो पाएगा कि दुर्घटना कैसे हुई लेकिन ये अब लगभग साफ हो गया है कि मुरैना के आसमान में ही दोनों लड़ाकू विमान आपस में टकराए यानी मिड-एयर कोलिजन का शिकार हुए. सुखोई ने मिराज को टक्कर मारी हो और फिर सुखोई के पायलट्स ने अपने विमान को बचाने की कोशिश हो. जब ये नहीं कर पाए होंगे तो इजेक्ट कर लिया होगा, जिससे सुखोई भरतपुर तक पहुंच गया
सुखोई-30 में 2 पायलट सवार थे, जिन्होंने समय रहते पैराशूट की इस्तेमाल कर जेट से छलांग लगा दी, और उनकी जान बच गई. हालांकि मिराज 2000 में सवार पायलट को काफी गंभीर चोटें आई थीं. इससे पहले ही डॉक्टर उनका इलाज कर पाते वे शहीद हो गए. हादसे की खबर जैसी ही पुलिस-प्रशासन तक पहुंची तो आला अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंच गए. सीएम शिवराज ने भी ट्वीट कर हर संभव मदद करने की बात कही थी. उधर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी पूरे मामले पर नजर बनाए हुए थे और CDS से लगातार अपडेट ले रहे थे |
आपको बता दें कि ग्वालियर एयरबेस पर मिराज फाइटर जेट का बड़ा बेस तो है ही, साथ ही वायुसेना का कॉम्बैट ट्रेनिंग सेंटर भी है. टीएसीडीई यानी टेक्टिक्स एंड एयर कॉम्ब डेवलपमेंट एस्टेबिलिशमेंट है. इस TACDE में फाइटर पायलट एडवांस कॉम्बैट ट्रेनिंग के लिए आते हैं. जो सुखोई लड़ाकू विमान क्रैश हुआ है वो इसी TACDE का हिस्सा था. जानकारी के लिए आपको बता दें कि ये ठीक वैसा ही सेंटर है जैसा चर्चित हॉलीवुड फिल्म, टॉप गन में अमेरिकी नौसेना का दिखाया गया था ||