तीन जोन में बटेगा जोशीमठ शहर, इस आधार पर किया जाएगा वर्गीकरण: जमीन धंसने के खतरे का सामना कर रहे जोशीमठ(Joshimath) शहर को प्रशासन ने तीन जोन में बांटने का फैसला किया है। ये जोन होंगे असुरक्षित,सुरक्षित और बफर जोन इस बात के आदेश चमोली के जिलाधिकारी ने दिए हैं। जोन के आधार पर चिन्हीकरण के आदेश दिए गए हैं उत्तराखंड के इस प्रमुख शहर में जमीन धंसकने से सैकड़ों घरों और सड़कों में दरारें आ गई हैं. इससे वहां के निवासियों में दहशत फैली हुई है, प्रशासन ने घरों से निकालकर सैकड़ों लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है।
विशेषज्ञों की एक कमेटी ज़्यादा बड़ी दरारों वाले मकानों को गिराने की सिफारिश कर चुकी है। असुरक्षित जोन में ऐसे मकान होंगे जो ज्यादा जर्जर हैं और रहने लायक नहीं हैं.सुरक्षित जोन में वो भवन होंगे जिनमे हल्की दरारें है और दरारों का आकार स्थिर है बढ़ नहीं रहा है.बफर जोन में वो भवन होंगे जिनमें हल्की दरारें हैं,लेकिन दरारों के बढ़ने का खतरा है।
उत्तराखंड के जोशीमठ (Joshimath) को भूस्खलन और धंसाव क्षेत्र घोषित कर दिया गया है, इसके बाद वहां राहत और बचाव के प्रयास तेज कर दिए गए हैं अभी तक जोशीमठ (Joshimath) के 610 घरों में अभी तक दरारें आने की सूचना मिली है। प्रशासन ने रविवार तक 68 परिवारों को किया गया सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया था. प्रशासन ने जोशीमठ के गांधीनगर, सिंहधार, मनोहर बाग और सुनील वार्ड को असुरक्षित क्षेत्र घोषित कर दिया है,
जोशीमठ में सीएम धामी ने कहा कि यह शहर संस्कृति,धर्म और पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है.इसे बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।।
ये पोस्ट Khabar Har Ghante के लिए Ishita Singh ने लिखी है।